जैतून के तेल में पाया जाने वाला एंटी एंटी-इंफ्लेमेटरी कम्पाउंड ओलियोकैंथल ज्वाइंट्स पेन को कम करता है। ऑलिव ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट जोड़ों की सूजन कम कर देता है।
फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर व्होल ग्रेंस क्रोनिक डिसीज पेशेंट्स के लिए फायदेमंद है। साबुत अनाज सी-रिएक्टिव प्रोटीन को ब्लड में कम कर जोड़ों के दर्द को दूर करती है।
टर्मरिक सप्लीमेंट का इस्तेमाल अर्थराइटिस पेशेंट्स में लंबे समय से किया जा रहा है। करक्यूमिन युक्त हल्दी जोड़ों की सूजन कम करने में मदद करती है।
जिंजरोल तत्व से भरी अदरक जोड़ों की सूजन को दूर करती है। एंटीऑक्सीडेंट युक्त अदरक को गठिया पेशेंट्स रोजाना 250 मिलीग्राम सप्लीमेंट के रूप में ले सकते हैं।
एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी से भरपूर लहसुन रोजाना खाने में शामिल करना चाहिए। गार्लिक इम्यून फंक्शन को बढ़ाने के साथ ही जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाता है।
पॉलीफिनॉल और एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त ग्रीन टी शरीर के लिए फायदेमंद होती है। पॉलीफेनोलिक फ्रैक्शन के कारण ऑस्टिअर्थराइटिस के पेशेंट्स को बहुत लाभ पहुंचता है।
डाइट में बेरीज जैसे कि ब्लैकबेरी, ब्लूबेरी आदि शामिल कर सकते हैं।मिनिरल्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी वाले फूड्स सूजन को कम कर जोड़ों के दर्द से राहत पहुंचाते हैं।