मूंगफली शरीर में आयरन के अब्जॉर्प्शन को डिसबैलेंस कर सकती है। ऐसे में थायराइड में मूंगफली का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए।
फूल गोभी में भी ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में थायराइड के प्रोडक्शन को कम कर सकते हैं। ऐसे में थायराइड के मरीजों को भूलकर भी गोभी का सेवन नहीं करना चाहिए।
सोयाबीन में आइसोफ्लेवोंस होते हैं, जो थायराइड ग्रंथि के आयोडीन अब्जार्बशन को कम करता है। इसे खाने से थायराइड ग्रंथि को ठीक तरीके से काम करने में परेशानी होती है।
ब्रोकली में भी ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड ग्लैंड को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह थायराइड ग्रंथि के प्रोडक्शन में बाधा पैदा करते हैं।
थायराइड में ग्लूटेन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन भी नहीं करना चाहिए, ग्लूटेन थायरॉयड समस्या वाले लोगों में सूजन का कारण बन सकता है, खासकर हाशिमोटो के थायरॉयडिटिस वाले लोगों में।
कॉफी, चाय या एनर्जी ड्रिंक्स जैसे कैफीन का सेवन नींद के पैटर्न और तनाव हार्मोन को नुकसान पहुंचा सकता है, जो थायराइड के मरीजों की स्थिति को खराब कर सकते हैं।
नाशपाती, आड़ू, स्ट्रॉबेरी, पालक, शकरकंद आमतौर पर हेल्दी होते हैं, इनमें गोइट्रोजन होते हैं। लेकिन अगर आपको थायराइड की समस्या है तो उन्हें कच्चा कम मात्रा में खाना चाहिए।