Plant Based Foods के ये 8 बड़े नुकसान क्या आपको है पता
Health Feb 12 2024
Author: Nitu Kumari Image Credits:social media
Hindi
पोषक तत्वों की कमी
विटामिन बी12, आयरन, जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे कुछ आवश्यक पोषक तत्व नॉनवेज में पाए जाते हैं। प्लांट बेस्ड डाइट में इन पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
Image credits: pexels
Hindi
प्रोटीन की क्वालिटी
प्लांट बेस्ड प्रोटीन में कुछ जरूरी अमीनो एसिड की कमी हो सकती है। हालांकि कई पौधों के प्रोटीन सोर्स का गठबंधन इसकी भरपाई कर सकता है। प्लांट बेस्ड फूड के लिए अच्छी प्लानिंग चाहिए।
Image credits: freepik
Hindi
पाचन संबंधी समस्याएं
कुछ पौधों के खाद्य पदार्थ विशेष रूप से फाइबर में हाई सूजन और गैस जैसी पाचन संबंधी असुविधा पैदा कर सकते हैं। खासकर उन व्यक्तियों के लिए जो हाई फाइबर डाइट के आदी नहीं है।
Image credits: social media
Hindi
एंटीन्यूट्रिएंट्स
पौधों में ऑक्सालेट्स, फाइटेट्स और टैनिन जैसे एंटीन्यूट्रिएंट्स होते हैं जो खनिजों के अवशोषण में हस्तक्षेप कर सकते हैं। जिससे संभावित रूप से पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
Image credits: Getty
Hindi
हार्मोनल असंतुलन
सोया एक सामान्य प्लांट बेस्ड प्रोटीन सोर्स है। इसमे ऐसे कंपाउंड होते हैं जो एस्ट्रोजन की नकल कर सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन और सोया से एलर्जी भी कुछ लोगों को हो सकती है।
Image credits: Instagram
Hindi
एलर्जी
प्लांट बेस्ड डाइट में ड्राई फ्रूट्स, सीड्स और ग्रेन पर बहुत अधिक निर्भर करते हैं। जोआम एलर्जी कारक हैं। एलर्जी से पीड़ित व्यक्तियों के लिए प्लांट बेस्ड डाइट की सही प्लानिंग चाहिए।
Image credits: social media
Hindi
लागत
कुछ प्लांट बेस्ड फूड के खास प्रोडक्ट और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट पारंपरिक पशु उत्पादों की तुलना में अधिक महंगे हो सकते हैं। जो संभावित रूप से लोगों के जेब के लिए महंगे हो सकते हैं।
Image credits: freepik
Hindi
उपलब्धता और पहुंच
कुछ क्षेत्रों में प्लांट बेस्ड विकल्प सीमित हो सकते हैं। जिसस् लोगों के लिए अलग-अलग तरह के पौष्टिक प्लांट बेस्ड फूड्स ढूंढने में तकलीफ हो सकती है।