योग से आपकी बॉडी में फ्लेक्सिबिलिटी आने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम बेहतर होता है। अगर आपको कब्ज, एसिडिटी की समस्या है तो आपको Digestion में सुधार करने वाले ये आसन करने चाहिए।
नौकासन का हर रोज अभ्यास करने से पेट और पैर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। इससेा पाचन तंत्र में सुधार आने के साथ-साथ शरीर से सुस्ती खत्म होती है।
राजकपोतासन से पीठ, पेट, पैर व कूल्हों की मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होता है। इससे पाचन स्वास्थ्य में सुधार आता है। साथ ही ये आसन लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
पादहस्तासन दिमाग को शांत करता है और एंग्जाइटी से राहत देता है। सिरदर्द, इंसोम्निया की समस्या में आराम देने के साथ पेट के भीतरी पाचन अंगों को अच्छी मसाज देकर पाचन सुधारता है।
इससे कूल्हों और पेल्विक एरिया में एक बेहतर खिंचाव होता है। यह मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है और पाचन तंत्र को सक्रिय कर कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है।
यह आसन स्पाइन को फ्लेक्सिबल बनाने साथ कमर की अकड़न को कम करता है। ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने, मधुमेह को कंट्रोल करने के साथ पाचन बेहतर करता है।
चक्रासन से पाचन प्रणाली ठीक होता हैं। यह पेट और कमर के स्नायु को मजबूत बनाता हैं। इससे मोटापा काम करने और पेट पर जमी अतिरिक्त चर्बी कम करने में मदद मिलती हैं।
यह मुद्रा शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाती है। इससे कोर मजबूत और टोन होती है। साथ ही पाचन तंत्र और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।