चाय को दोबारा गर्म करने पर इसमें एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है, जिसके कारण पेट से जुड़ी समस्याएं सामने आती हैं। खासकर एसिडिटी की समस्या बढ़ जाती है।
पालक में काफी ज्यादा मात्रा में आयरन पाया जाता है। जब आप इसे दोबारा गर्म करते हैं, तो यह ऑक्सिडाइज हो जाता है और आयरन के ऑक्सीडेशन से कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
अक्सर लोग खाने के तेल को बार-बार गर्म करते हैं, लेकिन खाने के तेल को बार-बार गर्म करने पर इसमें टॉक्सिन पैदा होने लगते हैं, जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
मशरूम में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। ऐसे में से दोबारा गर्म करने पर प्रोटीन का कंपोजीशन बदल जाता है, जिससे डाइजेशन और हार्ट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
चावल को दोबारा गर्म करने पर बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है और पेट से जुड़ी समस्याएं बढ़ने लगती हैं।
अंडे खासकर उबले या तले हुए अंडे को दोबारा गर्म करने से बनावट और स्वाद में बदलाव आ सकता है। इतना ही नहीं इसे दोबारा गर्म करने से हानिकारक यौगिक निकल सकते हैं।
दोबारा गर्म करने पर चिकन ड्राई और कड़क हो सकता है, जिसे खाना मुश्किल होता है। वहीं बार-बार चिकन गर्म करने से बैक्टीरिया भी बढ़ने लगते हैं।
जब आलू को पकाया जाता है, तो उसका स्टार्च रेजिस्टेंस स्टार्च में बदल सकता है, जो कम पचने योग्य होता है। आलू को दोबारा गर्म करने से उनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बढ़ सकता है।
प्रोसेस्ड मीट में प्रिजर्वेटिव्स होते हैं जो दोबारा गर्म करने पर खराब हो सकते हैं। इससे स्वाद और बनावट भी बिगड़ सकती है। इसमें नाइट्रोसामाइन जैसे हानिकारक यौगिक भी बढ़ जाते हैं।