लगातार झुक कर बैठने या चलने की वजह से रीढ़ की हड्डी में गड़बड़ी हो सकती है। इससे स्कोलियोसिस और किफोसिस जैसी स्थितियां हो सकी है। जो दर्द और परेशानी का कारण बन सकती हैं।
बैड बॉडी पोश्चर से मांसपेशियों, लिगमेंट और जोड़ों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। इसकी वजह से यह पीठ दर्द, गर्दन दर्द और कंधे के दर्द जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
अगर आप काम के दौरान सिर को आगे की तरफ झुकाकर रखते हैं तो यह आपके गर्दन और कंधों की मांसपेशियों में तनाव पैदा कर सकती है। जिससे सिरदर्द के शिकार आप हो सकते हैं।
झुककर बैठने से आपके पेट के अंग दब सकते हैं, जिससे संभावित रूप से एसिड रिफ्लक्स और कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
बैड पोश्चर आपके मूड को भी प्रभावित कर सकती है। जब आप गलत तरीके से बैठते या चलते हैं तो अधिक कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) पैदा होता है जो स्ट्रेस के लेबल को बढ़ा सकता है।
बैड बॉडी पोश्चर से डायाफ्राम और फेफड़ों के विस्तार सीमित हो सकती है। जिसकी वजह से ऑक्सीजन कम मात्रा में शरीर में पहुंचेगा। इसका असर पूरे हेल्थ पर नजर आता है।
झुकने से ब्लड वेसल्स संकुचित हो सकती है और सर्कुलेशन में बाधा आ सकती है। ब्लड फ्लो कम होने की वजह से हाथ-पैरों में सुन्नता और झुनझुनी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।