मिल्क चॉकलेट की तुलना में डार्क चॉकलेट में कोको की मात्रा ज्यादा होती है। कोको फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
डार्क चॉकलेट में कोको की अधिक मात्रा का मतलब है कि इसमें अधिक एंटीऑक्सीडेंट हैं। एंटीऑक्सिडेंट शरीर में फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में मदद करते हैं।
डार्क चॉकलेट में आमतौर पर मिल्क चॉकलेट की तुलना में कम चीनी होती है। अत्यधिक चीनी खाने से वजन बढ़ता है। डायबिटीज का खतरा शामिल होता है और दांत भी खराब हो सकते हैं।
कुछ स्टडीज से पता चला है कि डार्क चॉकलेट से हार्ट हेल्दी रहता है। ब्लड फ्लो बढ़ता है और ब्लड प्रेशर कम होता है। डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इसका कारण होते हैं।
डार्क चॉकलेट में आयरन, मैग्नीशियम और कॉपर जैसे खनिज होते हैं। हालांकि इनकी मात्रा ज्यादा नहीं होती है। लेकिन मिल्क चॉकलेट की तुलना में यह बेहतर होते हैं।
डार्क चॉकलेट फायदेमंद होता है। इसका ये मतलब नहीं कि इसका सेवन ज्यादा करने लगें। इसका ज्यादा सेवन कैलोरी बढ़ाने का काम कर सकती हैं।