दिल्ली एनसीआर की हवा बिगड़ चुकी है। यहां पर स्मोग की गहरी चादर पिछले कुछ दिनों से बिछी है।AQI 400 से पार जा चुका है। ऐसे में खुद का खास ख्याल रखने की जरूरत है।
पानी में डिटॉक्सीफाइंग सामग्री जैसे खीरा, पुदीना और खट्टे फलों के टुकड़े डालें। ये सामग्रियां एंटीऑक्सीडेंट देते हुए हुए आपके पानी में स्वाद जोड़ सकती हैं।
पालक, केल, अजवाइन, ककड़ी और अजमोद जैसी डिटॉक्सीफाइंग सामग्री के साथ स्मूदी तैयार करें। अतिरिक्त एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर के लिए आप इसमें जामुन और सेब जैसे फल भी मिला सकते हैं।
सुबह नींबू के साथ गर्म पानी पीने से पाचन में सहायता मिल सकती है और लीवर के डिटॉक्सिफिकेशन काम में हेल्प मिलती है। नींबू में विटामिन सी होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है।
कुछ हर्बल चाय, जैसे डेंडिलियन चाय, मिल्क थीस्ल चाय और अदरक चाय, लीवर के स्वास्थ्य में सहायता कर सकती हैं और डिटॉक्सिफिकेशन को बढ़ावा दे सकती हैं।
चुकंदर का रस लीवर के स्वास्थ्य और डिटॉक्सिफिकेशन एक्टिविटी का सपोर्ट करने के लिए जाना जाता है। इसमें बीटालेंस जैसे कंपाउंड होता है जो डिटॉक्स के लिए जाना जाता है।
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। आप हल्दी, काली मिर्च और बादाम या नारियल के दूध जैसे पौधे-आधारित दूध को मिलाकर गर्म हल्दी वाला दूध बना सकते हैं।
ग्रीन टी कैटेचिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने में मदद कर सकती है और आपके शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन सिस्टम को सपोर्ट कर सकती है।
शरीर को नेचुरल डिटॉक्सिफिकेशन के लिए अच्छी तरह हाइड्रेटेड रहना जरूरी है। भरपूर मात्रा में साफ, फ़िल्टर किया हुआ पानी पीने से आपके सिस्टम से विषाक्त चीजों को बाहर निकालता है।