आखिर लोग नशे के लिए सांपों से क्यों कटवाते हैं। स्नेक बाइट के बाद शरीर में कैसा बदलाव होता है और इसका नशा कितनी देर तक के लिए होता है।
रेव पार्टियों में डोपिंग के मकसद के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। सांप के जहर का नशा करने के लिए लोग आमतौर पर सांप को अपने होंठ, जीभ व कान के पास खुद को कटवाते हैं।
सांप के काटते ही सबसे पहले झटका महसूस होता है। इसके बाद धीरे-धीरे सब धुंधला हो जाता है। स्नेक बाइट के बाद एक घंटे तक पूरी तरह से सुन्न रहते हैं। कई बार लोगों की मौत भी हो जाती है।
सांप का नशा लेने के बाद शरीर पर इसका हैंगओवर कम से कम पांच दिनों तक रहता है। पहले और दूसरे दिन तो इसका नशा काफी तेज होता है।
जब जहर व्यक्ति के खून के साथ मिश्रित होता है, तो यह सेरोटोनिन, ब्रैडीकाइनिन, पेप्टाइड्स और प्रोस्टाग्लैंडिंस छोड़ता है, जिसका सीडेटिव प्रभाव होता है।
ये नशा काफी खतरनाक होता है, यही वजह है कि भारत समेत दुनिया के कई देशों में ये गैरकानूनी है। अगर कोई ये नशा करता पकड़ा जाए तो उसे सजा भी हो सकती है।