अमेरिका में 2,241 केस डेंगू के सामने आ चुके हैं।प्यूर्टो रिको में 1498 मामले दर्ज किए गये हैं। भारत में भी मच्छर से फैलने वाली इस बीमारी के केस सामने आ रहे हैं।
बेंगलूरू में अबतक 286 केस सामने आए हैं। वहीं यूपी-बिहार से भी डेंगू के केस रिपोर्ट किए गए हैं। मानसून आते ही यह बीमारी तेजी से फैलने लगता है। तो चलिए जानते हैं डेंगू के कारण।
डेंगू एडीजी मच्छर के काटने से होता है। डेंगू शॉक सिंड्रोम या डेंगू हेमरेज बुखार का कारण बन सकता है। इसलिए वक्त रहते इसके लक्षण पहचाना जरूरी होता है।
डेंगू में तेज बुखार 104 डिग्री फारेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) तक पहुंच जाता है। इसके अलावा सिरदर्द जो आखों के पीछे होता है। जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, या ऐंठन होता है।
जी मिचलाना,त्वचा पर लाल चकत्ते,पेट में तेज दर्द,नाक या मसूड़ों से खून आना,चोट,तेजी से सांस लेना और बॉडी से कंट्रोल खोना।
डेंगू बुखार सीधे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। लेकिन एक मच्छर डेंगू पीड़ित का खून पीता है और दूसरे व्यक्ति को जाकर काटता है तो ऐसे में डेंगू का प्रसार हो सकता है।
एडीज़ मच्छर आपके घर में साफ, स्थिर पानी में प्रजनन करना पसंद करते हैं। इसलिए घर और बाहर पानी का जमाव नहीं होने दें। मच्छर भगाने वाली क्रीम का प्रयोग करें।
मच्छरदानी में सोए। मच्छर भगाने वाले संसाधन का प्रयोग करें।दिन और शाम के समय लंबी आस्तीन और पैंट पहनें। शाम के वक्त खिड़कियों को बंद रखें।