प्रेग्नेंसी में आपको विटामिन और मिनिरल्स की एक खास सीरीज मिले। रंग-बिरंगे फल और सब्जियां खाने का लक्ष्य रखें। संतरा, बेरीज, पालक, केल, ब्रोकोली केला, गाजर और शकरकंद जरूर खाएं।
साबुत अनाज जैसे साबुत गेहूं की ब्रेड, ब्राउन चावल, क्विनोआ, ओट्स को डाइट में लें। ये फाइबर, विटामिन बी और मिनिरल्स शरीर को पहुंचाते हैं।
लीन प्रोटीन जैसे अंडा, मछली, टोफू, बीन्स, दाल और फलियां शामिल करें। ये शिशु की वृद्धि और विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही, पनीर या प्लांट बेस्ट मिल्क का सेवन करें। ये आपके और आपके बच्चे दोनों की हड्डियों के विकास में मदद करते हैं।
एवोकाडो, नट्स, बीज और जैतून का तेल जैसे स्वस्थ वसा के स्रोतों को शामिल करें। ये बच्चे के मस्तिष्क और आंखों के विकास के लिए आवश्यक फैटी एसिड प्रदान करते हैं।
फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे पत्तेदार हरी सब्जियां, खट्टे फल, फोर्टिफाइड अनाज, बीन्स और दालें शामिल करें। शिशु में न्यूरल ट्यूब दोष को रोकने के लिए फोलिक एसिड आवश्यक है।
आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे लीन रेड मीट, पोल्ट्री, मछली, फोर्टिफाइड अनाज, दाल, बीन्स, पालक और सूखे मेवे का सेवन करें। गर्भावस्था के दौरान एनीमिया को रोकने के लिए आयरन जरूरी है।
हाइड्रेटेड रहने के लिए पूरे दिन खूब पानी पिएं। प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें।
मतली और सीने में जलन को रोकने में मदद के लिए बड़े भोजन के बजाय, पूरे दिन छोटे, अधिक बार भोजन करने का लक्ष्य रखें।