ब्रेस्ट मिल्क नवजात शिशु के पोषण के सोर्स के रूप में काम करता है। हालांकि कई महिलाएं, मां बनने के बाद ब्रेस्ट फीडिंग से कतराती हैं।
कई महिलाएं परेशान होती हैं और डर जाती हैं कि दूध पिलाने से ब्रेस्ट का आकार बदल जाएगा। डर लगता है कि उनके स्तनों का आकार स्तनपान कराने से खराब या बेडौल हो जाएंगे।
कई बार लोग नयी मांओं को यह सलाह भी देते हैं कि ब्रेस्टफीडिंग से उनकी सेक्स लाइफ भी प्रभावित होगी और इसीलिए उन्हें स्तनपान कराने से बचना चाहिए।
महिला स्तनपान कराए या नहीं, ब्रेस्ट का आकार बदलता ही है। प्रेग्नेंसी में ब्रेस्ट्स का आकार बढ़ जाता है, स्नायुबंधन फैलते हैं, जिससे ब्रेस्ट स्तनपान कराए बिना भी ढीले हो जाते हैं।
इसीलिए एक्सपर्ट कहते हैं कि ब्रेस्ट के ढीले होने के डर को भूलकर अपने बच्चे को दूध पिलाना शुरु कर दें। इससे बच्चा और जच्चा दोनों हेल्दी रहेंगे।