लिगनेन और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर अलसी के बीज एस्ट्रोजन के लेवल को बैलेंस करने में मदद करते हैं। यह महिलाओं के पीरियड्स को रेगुलर कर PCOS के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
एवोकाडो हेल्दी फैट से भरपूर होता है, जो हार्मोन प्रोडक्शन में मदद करता है। यह महिलाओं के शरीर की सूजन को कम करता है, जो हार्मोन बैलेंस करने के लिए जरूरी है।
पालक, केल जैसी हरे पत्तेदार सब्जियां मैग्नीशियम से भरपूर होती है, जो स्ट्रेस को कम करके कोर्टिसोल लेवल को कंट्रोल करती है और यह ओवरऑल हार्मोनल हेल्थ में मददगार होती है।
बादाम, अखरोट, चिया सीड और कद्दू के बीच में फैटी एसिड और पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड और इन्सुलिन लेवल को कंट्रोल करते हैं। यह हार्मोनल बैलेंस के लिए भी जरूरी होता है।
ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी जैसी बेरीज एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। ये स्ट्रेस और सूजन को कम करती है और महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को भी कम करती हैं।
हल्दी में करक्यूमिन यौगिक पाया जाता है, जिसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह हार्मोनल डिसबैलेंस को कम करता है और PCOS और एंडोमेट्रियोसिस जैसी स्थिति में फायदेमंद होता है।
सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन जैसी ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर फिश महिलाओं के शरीर के सूजन को कम करती है और एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के लेवल को बनाए रखती हैं।