फल के बजाए पीते हैं एक गिलास जूस तो जान लें ये 5 बड़े नुकसान!
Health Jan 22 2025
Author: Chanchal Thakur Image Credits:Pinterest
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फाइबर की कमी
फल में भरपूर फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और कब्ज को दूर करता है। जूस में फलों का फाइबर खत्म हो जाता है, जिससे पाचन में मदद करने वाला एक अहम पोषक तत्व नहीं मिलता।
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शुगर और कैलोरी बढ़ने का खतरा
फल में नेचुरल शुगर होती है जो धीरे-धीरे शरीर में अवशोषित होती है। जूस में शुगर की मात्रा अधिक होती है और इसे जल्दी पचाने के कारण ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ सकता है।
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पेट भरने की क्षमता कम
फलों को खाने से पेट जल्दी भरता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगती। जूस से जल्दी भूख लगती है क्योंकि इसमें फाइबर और चबाने की प्रक्रिया नहीं होती, जिससे शरीर को कम संतुष्टि मिलती है।
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वेट लॉस में बाधा
फाइबर और कम कैलोरी के कारण फल वजन घटाने में मददगार होते हैं। वहीं जब फल जूस बनते हैं, तो इसमें कैलोरी ज्यादा होती है और फाइबर की कमी के कारण यह वजन घटाने में मददगार नहीं होता।
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जरूरी पोषक तत्वों की कमी
फल खाने से शरीर को सभी विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट मिलते हैं। जूस बनाने में कुछ जरूरी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं, खासतौर पर अगर जूस को ज्यादा समय तक स्टोर किया जाए।
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दांतों को नुकसान
फल में नेचुरल शुगर होती है जो दांतों पर कम प्रभाव डालती है। जूस में एसिडिक और शुगर की मात्रा अधिक होती है, जो दांतों के इनेमल को कमजोर कर सकती है।