पोषण विशेषज्ञ सुमन अग्रवाल के अनुसार, एक मुट्ठी में जितने ड्राई फ्रूट्स आ जाएं, उतना ही खाना चाहिए। इससे शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है और ओवरईटिंग से बचा जा सकता है।
भारत का तापमान गर्म होने के कारण, ड्राई फ्रूट्स की गर्म तासीर शरीर में अतिरिक्त गर्मी पैदा कर सकती है। इसलिए इन्हें सही तरीके से सेवन करना जरूरी है।
ड्राई फ्रूट्स को पानी में भिगोकर खाने से उनकी गर्म तासीर कम हो जाती है, और वे पचाने में आसान हो जाते हैं। इससे पेट पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ता।
भिगोने से ड्राई फ्रूट्स के पोषक तत्व अधिक सक्रिय हो जाते हैं, जिससे शरीर को उनकी अधिकतम ऊर्जा और पोषण मिलता है।
ड्राई फ्रूट्स को सुखाकर या भूनकर खाने से उसकी गर्मी हमारे शरीर को अधिक गर्मी देती है, जिससे यह पचाने में मुश्किल हो सकते हैं।
भिगोए हुए ड्राई फ्रूट्स शरीर में ठंडक बनाए रखते हैं और गर्म तासीर के दुष्प्रभावों से बचाते हैं, जिससे सेहत बेहतर रहती है।