WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल 6 करोड़ लोगों की मौत होती है, जिसमें से 32% यानी कि पौने दो करोड़ लोगों की मौत का कारण हार्ट अटैक या कार्डियोवैस्कुलर डिजीज है।
अनहेल्दी लाइफस्टाइल
अनहेल्दी लाइफस्टाइल में असमय सोना, उठना, फास्ट फूड का सेवन करना और बैलेंस लाइफ नहीं जीना जैसी चीज शामिल होती हैं।
आजकल कई यंग लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो रही है। यह हाई ब्लड प्रेशर दिल तक अच्छी तरह से ब्लड को पंप नहीं कर पाता है, जिसके कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
अनहेल्दी खाना, तैलीय और मसालेदार फूड आइटम का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है और यह बैड कोलेस्ट्रॉल ब्लड वेसल्स में जमा होकर हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाता है।
जी हां, जिन लोगों का फैमिली बैकग्राउंड हार्ट अटैक से जुड़ा हुआ रहता है या जिसके परिवार में किसी को हार्ट अटैक आया है उनमें कार्डियोवैस्कुलर डिजीज होने का खतरा ज्यादा होता है।
स्मोकिंग इज इंज्यूरियस टू हेल्थ यह तो हम सभी बार-बार पढ़ते हैं। लेकिन यह स्मोकिंग आपके हार्ट पर सीधा इफेक्ट करती है और हार्ट अटैक के खतरे को दो गुना कर देती है।
यंग जनरेशन में आजकल डायबिटीज भी तेजी से फैल रहा है। यह भी ब्लड प्रेशर की तरह ही स्लो प्वाइजन का काम करता है और सीधे दिल पर अटैक करता है।
कोरोना वायरस ने हमारे फेफड़ों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है और इससे किडनी और ब्लड वेसल्स भी कमजोर हो गई है। जिसका सीधा असर हार्ट पर पड़ता है।
अनहेल्दी लाइफस्टाइल, स्ट्रेस की वजह से आजकल कई युवा लोग ओबेसिटी या मोटापे का शिकार होते हैं और मोटापा आपकी कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ से जुड़ा होता है।
एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, अपना ब्लड टेस्ट, ECG, कार्डियो प्रोग्राम पर नजर रखें, एक्सरसाइज करें, स्ट्रेस को मैनेज करें, अनहेल्दी खाने से बचें और स्मोकिंग छोड़ें।