भारतीय व्यंजन में अगर घी ना पड़े तो उसका टेस्ट अधूरा माना जाता है। एक चम्मच घी ना सिर्फ व्यंजन के स्वाद में इजाफा कर देता है बल्कि सेहत को भी कई तरह से फायदा पहुंचाता है।
घी में आवश्यक फैटी एसिड, एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन जैसे ए, डी, ई और के होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। मानसून में इसे खाने से बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।
मानसून में अपच और सूजन की समस्या आम होती है। घी को पाचन गुणों के लिए जाना जाता है। यह पाचन एंजाइमों के प्रोडक्शन को बढ़ाकर डायजेशन में सुधार कर सकता है।
घी हेल्दी फैटी का स्रोत है जो ऊर्जा को बढ़ावा देता है। मानसून के दौरान होने वाली थकान और सुस्ती से निपटने में हर रोज एक चम्मच घी कारगर साबित होता है। यह एनर्जी का सप्लाई करता है।
घी में मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं और यह त्वचा को पोषण देने में मदद कर सकता है। मानसून के मौसम में स्किन का ख्याल रखने का काम घी करता है।
घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है, जिसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं और यह जोड़ों को चिकनाई देने में मदद कर सकता है। मानसून में जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। घी खाने से राहत मिलती है।
कुछ पोषक तत्वों में घुलनशील विटामिन को उचित अवशोषण के लिए डाइट फैट की जरूरत होती है। अपने भोजन में थोड़ी मात्रा में घी शामिल करने से इन पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद मिलती है।