मां बनना एक खूबसूरत एहसास होता है। लेकिन 5 में से एक महिलाएं इसे एन्जॉय नहीं कर पाती हैं। वो डिप्रेशन से गुजरने लगती है। प्रेग्नेंसी या मां बनने के बाद वो अवसाद ग्रसित हो जाती हैं।
कई अदाकारा हैं जो पोस्टपार्टम डिप्रेशन की शिकार हो चुकी हैं। उन्होंने इन बातों को छुपाने की बजाए इस पर खुलकर बात की और बताया कि कैसे इससे उबरें।
समीरा रेड्डी पहले बच्चे के दौरान डिप्रेशन की शिकार हो गई थी। वो अपने मोटापे से परेशान थी। उन्हें प्रेग्नेंट होकर और बच्चे को देखकर अच्छा नहीं लगा था।
अदाकारा श्वेता साल्वे प्रेंग्नेंसी के तीसरी तिमाही में डिप्रेशन का सामना करना पड़ा। इंटरव्यू में बताया कि मां बनने के दौरान उन्हें लगने लगा था कि उनकी पूरी लाइफ खराब हो गई है।
सोहा अली खान अपनी बेटी के जन्म के बाद पोस्टपार्टम डिप्रेशन की शिकार हो गई थी।उन्हें लगता था कि वो कैद हो गई हैं। सब पार्टी कर रहे हैं और वो कुछ भी नहीं कर पा रही हैं।
मंदिरा बेदी साल 2011 में पहले बच्चे की मां बनीं।6 सप्ताह तक पोस्टपार्टम डिप्रेशन का सामना किया। वो बताई की जब उन्होंने पहली बार अपने बेटे को देखा तो उसपर बिल्कुल प्यार नहीं आया था।
खुद को फिजिकली और मेंटली फिट रहने वाली शिल्पा शेट्टी अपने बेटे के जन्म के बाद पोस्टपार्टम डिप्रेशन की जद में आ गई थी। लेकिन इससे निकलने में उन्हें सिर्फ 2 सप्ताह का वक्त लगा।
प्रेग्नेंसी के दौरान प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजेन हार्मोन के स्तर सामान्य से अधिक होता है। लेकिन डिलीवरी के बाद यह अचानक सामान्य हो जाता है। अचानक परिवर्तन डिप्रेशन की वजह बनती है।
अपर्याप्त आहार, नींद में कमी, नशीली दवाओं के दुरुपयोग और थायरॉइड हार्मोन के कम स्तर जैसे शारीरिक कारक भी पोस्टपर्टम डिप्रेशन का कारण बन सकते हैं।