शहद में नेचुरल शुगर होता है, जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है। डायबिटीज पेशेंट को इसका सेवन बेहद ही कम करना चाहिए। ज्यादा करने से उनके लिए दिक्कत हो सकती है।
शहद जहां वेट को कम करने में मदद करता है वहीं इसे बढ़ा भी सकता है। शहद कैलोरी से भरपूर होता है। इस ज्यादा मात्रा में पीने से वजन बढ़ सकता है। 1-2 चम्मच से ज्यादा शहद ना खाएं।
शहद में मौजूद पराग कण (pollen) कुछ लोगों में एलर्जी का कारण बन सकते हैं, जिससे त्वचा पर रैशेज, खुजली, या सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
शहद में शुगर होने के कारण यह दांतों पर प्लाक और कैविटी का कारण बन सकता है। शहद खाने के बाद दांतों को अच्छी तरह सफाई करनी चाहिए।
एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद देने से बोटुलिज़्म (botulism) का खतरा हो सकता है, जो एक गंभीर संक्रमण है।
अधिक मात्रा में शहद पीने से पेट दर्द, डायरिया, या गैस की समस्या हो सकती है।
आयुर्वेद के अनुसार, शहद को अत्यधिक गर्म पानी के साथ मिलाकर पीना टॉक्सिक प्रभाव डाल सकता है और यह पाचन तंत्र पर असर डाल सकता है।
शहद हर दिन 1-2 चम्मच ही खाएं। ज्यादा गर्म या ठंडे पेय पदार्थों में ना मिलाएं। यह आपके लिए खतरनाक होता है।