किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ते ही आपको तुरंत हॉस्पिटल में इमरजेंसी कॉल करनी चाहिए और मदद मांगनी चाहिए।
व्यक्ति को तुरंत बैठने या लेटने के लिए कहें और उसके कपड़े हटाएं। चूंकि हार्ट अटैक में पसीना आता है तो आप चाहे तो फैन तेज कर सकते हैं।
अगर व्यक्ति को एस्प्रिन से एलर्जी नहीं है तो उसे तुरंत एस्प्रिन की गोली खिलाएं ताकि ब्लड क्लॉटिंग कम की जा सके। खून जमने के कारण हार्ट अटैक होता है।
अगर व्यक्ति बेहोश हो गया है तो उसको तुरंत CPR दें ताकि ऑक्सीजन का फ्लो बना रहे। ऐसी स्थिति को हैंडल करने के लिए हर व्यक्ति को CPR देने की सामान्य जानकारी होनी चाहिए।
आप व्यक्ति की छाती को दबा सकते हैं। स्वचालित एक्सटरनल डिफ़िब्रिलेटर (AED) का इस्तेमाल करें ताकि तुरंत दिल की धड़कनों को सामान्य किया जा सके।
अगर आपके पास सप्लीमेंट ऑक्सीजन रखा हुआ है तो तुरंत पेशेंट को लगाए ताकि उसे सांस लेने में मदद मिल सके।
हार्ट अटैक आने पर व्यक्ति को बाईं ओर छाती में दबाव, जकड़न महसूस होता है। कुछ वक्त के लिए बाएं हाथ,पीठ, गर्दन, जबड़े और पेट में भी दर्द हो सकता है।
हार्ट अटैक के लक्षण में व्यक्ति को अचानक से सांस लेने में तकलीफ, उल्टी जैसा महसूस होता है। ठंडा पसीना और चक्कर आने जैसा लक्षण भी हार्ट अटैक में दिखता है।
दिल का दौरा पड़ने पर एंग्जायटी या पैनिक अटैक जैसा भी महसूस हो सकता है। थकान लगना महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण में शामिल है। लक्षणों की पहचान कर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।