पैरों में सूजन आना जिसे oedema कहा जाता है। यह स्थिति तब होती है जब शरीर में फ्लूड की मात्रा कम होने लगती है और पैरों, टखनों, हाथों या शरीर के अन्य हिस्सों में सूजन आ जाती है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, पैरों में सूजन आने के कई कारण हो सकते हैं। ये लंबे समय तक बैठना, प्रेगनेंसी, मेडिकल कंडीशन या फिर हार्ट फेल्योर, किडनी या लीवर की बीमारी से जुड़ा हो सकता है।
हार्ट फेल्योर से पहले सुबह के समय बॉडी में कुछ सिम्टम्स नजर आते हैं। जैसे हाथ पैर में सूजन आना, इसके अलावा सांस लेने में कठिनाई होना, सुबह उठने में वीकनेस महसूस होना आदि।
अगर आपका दिल बहुत तेजी से धड़कता है और कुछ भी काम न किए बिना भी दिल की धड़कनें बढ़ जाती है। छाती में फड़फड़ाहट या दौड़ने जैसा महसूस होता है तो यह हार्ट फेल्योर का संकेत हो सकता है।
हार्ट फेल्योर के शुरुआती लक्षण में पेट में सूजन हो सकती है। इसके अलावा भूख में कमी होना, पाचन तंत्र खराब होना भी इसके सामान्य लक्षण है।
आपका शरीर पसीने के बाद ठंडा पड़ जाता है और त्वचा चिपचिपी होती है, तो यह भी हार्ट फेल्योर का एक संकेत हो सकता है। दरअसल, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन की कमी के कारण यह स्थिति बन सकती है।
सुबह उठते से ही अगर आपको सूखी खांसी आती है या फिर खांसी जिसमें सफेद या गुलाबी कफ निकलता है, तो यह हार्ट फेल्योर का एक सामान्य लक्षण है।