कई ऐसे लोग हैं जिनकी मॉर्निंग मिल्क टी यानी दूध के चाय के बैगर होती ही नहीं है। दिन भर में वो कई कप चाय पी जाते हैं। सवाल है कि क्या दूध की चाय पीने से खराब कोलेस्ट्ऱॉल बढ़ता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह हमारी गलत लाइफस्टाइल और खानपान है। लेकिन कुछ लोग इसे चाय कर भी जोड़कर देखते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ओबेसिटी रिपोर्ट में भी इस बात को गलत बताया गया है।
दूध की चाय का प्रकार मसलन उसमें कितना दूध , कितनी मात्रा में शुगर डाला गया है, इसपर निर्भर करता है। अगर कम मात्रा में दूध और शुगर डाला गया है तो सेहत के लिए यह खतरनाक नहीं है।
अगर आप दिन में एक या दो बार चाय पीते हैं तो यह सेहत के लिए बुरा नहीं है। लेकिन अगर इससे ज्यादा चाय की चुस्की लेते हैं तो फिर सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
ब्लैक टी और ग्रीन टी दोनों में कैटेचिन नामक यौगिक होते हैं, जो एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
चाय बनाते वक्त कम दूध का इस्तेमाल करना चाहिए। मलाई को बिल्कुल हटा देना चाहिए। चाय में मिठास लाने के लिए चीनी की बजाय गुड़ का प्रयोग करें वो भी कम मात्रा में।
शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल 130mg/dL होने पर इसे बॉर्डर लाइन माना जाता है।160 mg/dL होना खतरे का निशान है। कोलेस्ट्रॉल जब 200 mg/dL हो जाए तो फिर हार्ट अटैक आ सकता है।