गलसुआ या मम्प्स एक संक्रामक बीमारी है, जो वायरस के कारण होता है। इसमें लार ग्रंथियों में सूजन आ जाती है। जानें इसके इलाज के आयुर्वेदिक तरीके।
नीम की पत्तियां, गलसुआ का इलाज भी कर सकती हैं। नीम की पत्तियों को बारीक पीस लें। इसमें हल्दी पाउडर और पानी मिलाएं। अब इस पेस्ट को गलसुआ वाली जगह पर लगा लें। इससे काफी आराम मिलेगा।
मार्गोसा की पत्तियां, गलसुआ की इलाज में बेहद कारगर होती हैं। पत्तियों का पाउडर बना लें और इसमें चुटकीभर हल्दी मिलाएं। इस पेस्ट से गलसुआ को तेजी से ठीक करने में मदद मिलेगी।
हरिद्रा का उपयोग गलसुआ या मम्प्स में भी कारगर है। इसमें शहद और घी मिलाएं। अब इस पेस्ट को सूजन वाली ग्रंथि पर लगाएं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
इसमें एंटीबायोटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो ग्रंथि की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। हरड़ के फल को सूखाकर पीस लें। इस पेस्ट को सूजन वाली जगह पर लगाकर आराम मिलेगा।
गलसुआ में ठंडी सिकाई करना भी फायदेमंद होता है। ठंडी सिकाई करने से सूजन वाली ग्रंथि के दर्द से राहत मिलती है। अगर आप भी गलसुआ से पीड़ित हैं, तो ठंडी सिकाई कर सकते हैं।
गलसुआ की समस्या होने पर तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। खट्टे और तले फूड आइटम का सेवन करने से बचें। इस स्थिति में अदरक, काली मिर्च और पिप्पली आदि का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।