जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है, तो इससे भीषण गर्मी पड़ती है। शुरुआत के जो 9 दिन होते हैं उसमें भयंकर गर्मी पड़ती है और इसे नौतपा कहते हैं।
नौतपा में सूर्य अधिक तपता है, लू चलती है जिसके कारण बीमार होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। बदहजमी, बेचैनी, घबराहट, उल्टी-दस्त, बुखार, पेट दर्द आदि की समस्या हो सकती है।
नौतपा के दौरान आपको ठंडी तासीर वाली चीजें जैसे- तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी, गुलकंद, तोरई, कच्ची प्याज, कैरी जैसी चीजों का सेवन करना चाहिए।
गर्मियों में खाना खाने का मन नहीं करता है, लेकिन हमें कभी भी खाली पेट नहीं रहना चाहिए। जब भी आप घर से निकले तो हल्की डाइट लेकर ही निकलें, इससे लू लगने का खतरा कम होता है।
नौतपा में घर से बाहर जाते समय अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें। बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए आप नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ, जलजीरा, आम पन्ना, बेल का शरबत का सेवन भी कर सकते हैं।
तेज धूप शरीर के संपर्क में आने से आपको बीमार कर सकती है। ऐसे में आंखों पर सनग्लासेस पहनें, एक गमछा या टोपी का इस्तेमाल करें। फुल बाजू के कपड़े पहने और स्कार्फ से बॉडी कवर करें।
मेहंदी में नेचुरल ठंडक पाई जाती है। ऐसे में प्राचीन काल से ही नौतपा के दौरान महिलाएं अपने हाथ और पैर में मेहंदी या चंदन का लेप लगती है, ऐसा करना से शरीर को ठंडक मिलती है।
नौतपा के दौरान पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में आप जल्दी पचने वाले हल्के खाने का सेवन करें। ऑयली और मसालेदार खाने से परहेज करें और मिर्च का सेवन भी कम करें।
बाहर से आने के बाद आपको ठंडा पानी पीना से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से ठंडा गरम हो जाता है और यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। आप मटके का पानी पी सकते हैं।