HMPV वायरस चीन के बाहर भी धीरे-धीरे फैलता जा रहा है। भारत में इसके 8 केस मिल चुके हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया का सबसे जानलेवा वायरस कौन-सा है?
दुनिया का सबसे खतरनाक वायरस जायरे इबोला है। इसे सबसे घातक और जानलेवा इसलिए भी माना जाता है, क्योंकि इसकी मृत्यु दर 90% तक है।
जायरे इबोला वायरस ने 2013-2016 के बीच पश्चिम अफ़्रीका में 11300 से ज़्यादा लोगों की जान ली थी। इस वायरस से संक्रमित 100 में से औसतन 90 लोगों की जान चली जाती है।
इबोला वायरस ने दुनिया भर में दहशत पैदा की है। पिछले कुछ सालों में कई देशों में इसका प्रकोप देखने को मिला है। इबोला वायरस बेहद संक्रामक होने के साथ ही कम समय में जान ले लेता है।
इबोला वायरस फिलोविरिडे नामक वायरस की फैमिली से संबंधित है। ये संक्रमित जानवरों या मनुष्यों के रक्त, मूत्र, लार, पसीने या मल के संपर्क में आने से फैलता है।
इबोला वायरस के 5 प्रकार हैं, जो उस क्षेत्र के नाम पर हैं, जहां वो पहली बार मिला। जैसे- जैरे इबोला, सूडान इबोला, बुंदीबुग्यो इबोला, ताई फॉरेस्ट और रेस्टन इबोला वायरस।
इबोला वायरस के लक्षण फ्लू जैसे ही होते हैं। संक्रमित व्यक्ति को बुखार , सिरदर्द , मांसपेशियों में दर्द , थकान और खराश हो सकती है। कई बार उल्टी-दस्त या चकत्ते भी हो सकते हैं।
जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, पेट दर्द , सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ मामलों में इंटर्नल ब्लीडिंग या लकवा जैसा लगता है, जिससे मौत हो जाती है।
इबोला वायरस से बचने के लिए हैंडवॉश और सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें। इस वायरस से संक्रमित लोगों के शारीरिक तरल के संपर्क से बचना और जंगली जानवरों से सीधे संपर्क से खुद को बचाना है।