'हम आपके हैं कौन' की अदाकारा रेणुका शहाणे अपना पीरियड्स को लेकर खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जब वो 10 साल की थीं तो उन्हें पहली बार पीरियड्स हुआ था।
रेणुका शहाणे ने बताया कि 10 साल की उम्र में पीरियड्स आने की वजह से उनका अधिकांश जीवन पीरियड्स में ही गुजर गया। वो अपने बचपन को एन्जॉय नहीं कर पाईं।
रेणुका ने बताया कि जल्दी पीरियड्स आने पर इसका बच्चों पर मनोवैज्ञानिक रूप से कुछ प्रभाव पड़ता है। लेकिन इसके कई हेल्थ नुकसान होते हैं। आइए जानते हैं।
जल्दी पीरियड्स शुरू होने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। यह असंतुलन स्किन प्रॉब्लम, वजन बढ़ने और अन्य हार्मोनल बीमारियों का कारण बन सकता है।
कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होने से बच्चों को मानसिक दबाव और तनाव का सामना करना पड़ सकता है। यह उनके आत्म-सम्मान और मानसिक विकास को प्रभावित कर सकता है।
जल्दी पीरियड्स आने असर हड्डियों पर पड़ता है। कम उम्र में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का लेवल बढ़ने से हड्डियों की वृद्धि प्रभावित हो सकती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
समय से पहले पीरियड्स आने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।प्रोजेस्टेरोन के संतुलन के बिना एस्ट्रोजन के संपर्क में लंबे समय तक रहने से एंडोमेट्रियल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
एस्ट्रोजन हॉर्मोन का लेवल जल्दी बढ़ने से दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। महिलाओं में जल्द पीरियड्स होने से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है।
शोध से पता चला है कि जल्दी मासिक धर्म शुरू होने वाली महिलाओं में प्रजनन उम्र कम हो सकती है और उन्हें गर्भधारण में समस्याएं आ सकती हैं।