मुंहासे+ब्लैकहेड से भरा चेहरा, Long-Lasting मेकअप के जानें Side Effect
Health Dec 24 2024
Author: Shivangi Chauhan Image Credits:Our own
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पोर्स ब्लॉक होना
लॉन्ग-लास्टिंग मेकअप में सिलिकॉन और अन्य भारी तत्व होते हैं, जो त्वचा के पोर्स को बंद कर पसीना या ऑयल बाहर नहीं आने देगे। इससे स्किन मुंहासे और ब्लैकहेड्स से भर जाती है।
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त्वचा में ड्रायनेस
लॉन्ग-लास्टिंग प्रोडक्ट्स में अल्कोहल और अन्य ड्राइंग एजेंट्स का इस्तेमाल किया जाता है। इससे त्वचा रूखी और बेजान बनने लगती है। साथ ही झुर्रियों की संभावना बढ़ जाती है।
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स्किन की एलर्जी
लॉन्ग-लास्टिंग मेकअप में मौजूद केमिकल्स जैसे परबेन्स, सुगंध, और प्रिजर्वेटिव्स त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे लालिमा, खुजली या रैशेज के साथ स्किन सेंसटिव होने लगती है।
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समय से पहले एजिंग
लंबे समय तक मेकअप लगाए रखने से त्वचा सांस नहीं ले पाती। यह फ्री रैडिकल डैमेज को बढ़ाता है और इससे फाइन लाइन्स और झुर्रियां आने के साथ त्वचा का इलास्टिसिटी कम होती है।
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बालों के फॉलिकल्स को नुकसान
लॉन्ग-लास्टिंग फाउंडेशन या पाउडर बालों के रोमछिद्रों में जमा होता है। इससे चेहरे पर छोटे बालों का झड़कर सीधे स्किन डैमेज शुरू हो जाता है।
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आंखों को नुकसान
लॉन्ग-लास्टिंग मस्कारा और आईलाइनर में हार्श केमिकल्स होते हैं। इससे आंखों में जलन, पलकों का टूटना और रेडनेस आना आम बात हो चुकी है।
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लिप्स का ड्राय और डार्क होना
लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक में मैट फॉर्मूला और ड्राईिंग केमिकल्स होते हैं। इससे आगे चलकर होंठ फटने लगते हैं या उनका रंग भी काला होना शुरू हो जाता है।