गर्मियों में तरबूज की बहार होती है। ये लाल और रसीले तरबूज सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। 5 साइंटिफिक तरीकों से इसकी जांच करें, वरना आप मिलावटी तरबूज ना लें आएं।
रंग निकले तो खतरा! एक कॉटन के सफेद कपड़े से तरबूज के गूदे को हल्के हाथों से रगड़ें। अगर कपड़े पर लाल रंग आ जाए, तो ये आर्टिफिशियल डाई की निशानी है।
तरबूज का एक टुकड़ा एक ग्लास पानी में डालें। अगर पानी का रंग बदलने लगे या हल्का गुलाबी हो जाए, तो समझिए तरबूज में मिलावट है।
कुछ दुकानदार तरबूज को मीठा बनाने के लिए शुगर सॉल्यूशन इंजेक्ट करते हैं। तरबूज के छिलके पर अगर आपको छोटे पिन होल्स या गड्ढे दिखें, तो अलर्ट हो जाएं।
कभी-कभी तरबूज का वजन उसकी साइज के मुकाबले बहुत ज्यादा होता है। ये इस बात का संकेत हो सकता है कि उसमें असामान्य पानी या केमिकल इंजेक्शन किया गया है।
तरबूज का गूदा लाल या गुलाबी होता है, लेकिन रंग बहुत लाल या चमकदार है, तो हो सकता है उसमें रंग मिलाया गया हो। आप कटे हुए टुकड़े को पानी में डालें। पानी गुलाबी हो जाए, तो गड़बड़ है।
तरबूज में मिलाए जाते वाले खतरनाक केमिकल्स के कारण कई तरह की बीमारियों को तावत मिलती है। कुछ लोगों को स्किन पर रैशेज, खुजली या सांस लेने में तकलीफ जैसे एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं।
अगर लंबे समय तक मिलावटी तरबूज आपने खाया है तो इससे लिवर और किडनी पर बुरा असर पड़ता है। इससे शरीर में टॉक्सिन्स सब्सटेंस जमा होने लगते हैं और पाचन तंत्र भी कमजोर हो सकता है।