हमारा मस्तिष्क शरीर के सभी क्षेत्रों को संदेश भेजता है और विद्युत आवेश के माध्यम से संदेश प्राप्त भी करता है। मिर्गी के कारण ये काम बिगड़ जाता हैं। जाने मिर्गी के कारण।
लंबे समय से अच्छी नींद ना ले पाने वाले लोगों में भी मिर्गी के दौरे की संभावना बढ़ जाती है।स्लीप एप्निया जैसे डिसऑर्डर बिमारी की संभावना को बढ़ाते हैं।
आपको सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन तेज बुखार के कारण भी लोगों को मिर्गी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। बच्चों में बुखार के कारण मिर्गी हो सकती है।
जब कोई व्यक्ति हद से ज्यादा तनाव में रहता है तो उसके मस्तिष्क में रसायनों का बदलाव होने लगता है। बचपन में भयंकर तनाव झेल चुके बच्चे भी मिर्गी से ग्रसित हो सकते है।
जो व्यक्ति लंबे समय से शराब पी रहा है या फिर व्यक्ति ने शराब छोड़ दी है। उसे मिर्गी के दौरे आने का खतरा रहता है। वहीं नशीली दवाएं लेने वाले लोग भी इस बीमारी के खतरे में रहते हैं।
शरीर में पानी की बहुत ज्यादा कमी होने से इलेक्ट्रोलाइटस असंतुलित हो जाते हैं। इस कारण से मस्तिष्क के मेटाबॉलिज्म में ही बदलाव आ जाता है और दौरे पड़ने लगते हैं।