हाइड्रोथेरेपी एक तरह का फिजिकल थेरेपी है जो किसी व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक हेल्थ को बेहतर बनाता है। गठिया, दर्द समेत कई तरह के बीमारी का इससे इलाज होता है।
बच्चों के मानसिक विकास के लिए हाइड्रोथेरेपी फायदेमंद हो सकती है। यह मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और सिखने और डेवलपमेंट के लिए अधिक अनुकूल वातावरण बना सकता है।
हाइड्रोथेरेपी बच्चों के संतुलन को बेहतर करता है। दिव्यांग बच्चों के लिए भी यह थेरेपी काफी फायदेमंद होती है। बच्चों के लिए यह एक मनोरंजक एक्टिविटी हो सकती है।
2020 में हुए शोध में सामने आया कि ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, एक न्यूरोडेवलपमेंट डिसऑर्डर से पीड़ित बच्चों के शारीरिक गतिविधियों में हाइड्रोथेरेपी मदद कर सकती है।
गर्म पानी और हाइड्रोथेरेपी के सॉफ्ट मूमेंट से शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है। तनाव और चिंता कम होती है।
तनाव और चिंता पर हाइड्रोथेरेपी के पॉजिटिव इफेक्ट से भी मूड में सुधार होता है।इससे बच्चों को खुश और अधिक आराम महसूस करने में मदद मिल सकती है।
हाइड्रोथेरेपी बच्चों को दूसरों के साथ बातचीत करने के लिए एक सिक्योर और हेल्पफुल इनवरमेंट मिलती है। कम्यूनिकेशन, सहानुभूति जैसे सामाजिक कौशल को विकसित करने में मदद मिल सकती है।
हाइड्रोथेरेपी बच्चे के बैलेंस,कॉर्डिनेशन,मसल्स में मजबूती मिलती है। दिव्यांग बच्चों के लिए यह ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।
पुराने दर्द की स्थिति जैसे गठिया या सिरदर्द वाले बच्चों के लिए मददगार हो सकता है। बच्चों को हाइड्रोथेरेपी देना चाहते हैं तो एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।