खांसी के लिए शहद रामबाण की तरह है। यह कफ को साफ करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। गर्म पानी या हर्बल टी में मिलकर इसका सेवन कर सकते हैं।
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गले की जलन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। खांसी होने पर आप अदरक की चाय का सेवन कर सकते हैं।
थाइम न केवल एक स्वादिष्ट जड़ी बूटी है बल्कि अपने एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण खांसी के लिए एक शक्तिशाली ट्रीटमेंट है। इसका चाय बनाकर आ ले सकते हैं।
मार्शमैलो जड़ का उपयोग सदियों से खांसी और गले की खराश के लिए किया जाता आ रहा है। इसके जड़ का चाय बनाकर आप सेवन कर सकते हैं। इससे बहुत फायदा मिलता है।
नमक के गरारे गले में सूजन को कम करने और बलगम को ढीला करने में मदद करता है।नमक के गरारे दिन में कई बार कर सकते हैं। इससे खांसी में काफी फायदा मिलता है।
हाल के अध्ययनों से यह भी पता चला है कि प्रोबायोटिक्स खांसी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह इम्युन सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं।
पुदीना में मौजूद मेन्थॉल गले की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है। पुदीना के चाय बनाकर सेवन करने से तेजी से खांसी में फायदा पहुंचता है।
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं। इसके सेवन से भी कफ में काफी फायदा पहुंचता है।