मां बनने की पहली शर्त होती है हेल्दी डाइट लेना। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर डाइट लें। वजन को मेंटेन करें। हाइड्रेटेड रहें।
नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। यह हार्मोन को रेगुलेट करता है और पूरे हेल्थ में सुधार कनरे में मदद कर सकता है।
ओव्यूलेशन के डेट को पहचाने के लिए अपने पीरियड्स सर्किल को समझें।ओव्यूलेशन आमतौर पर पीरियड खत्म होने के 12 से 16 वें दिन के समय में होता है। इस डेट को ट्रैक करें।
अपने ओव्यूलेशन के दौरान सेक्स करने का लक्ष्य रखें। ओव्यूलेशन के कुछ दिन पहले और बाद में भी पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाएं, ताकि प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ जाएं।
स्ट्रेस, टेंशन हार्मोन प्रोडक्शन को प्रभावित कर सकता है। पीरियड्स सर्किल पर भी प्रभाव डाल सकता है।तनाव कम करने की तकनीकों जैसे योग, ध्यान, गहरी सांस लेना की शुरुआत करें।
अगर आप स्मोकिंग और शराब का सेवन करती हैं तो तुरंत इसे बंद करे दें। दोनों प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि फोलिक एसिड, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे कुछ पूरक प्रजनन क्षमता का समर्थन कर सकते हैं। किसी भी सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।