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सिर्फ Heart Attack ही नहीं दिल जुड़ी ये 10 बीमारियां है जानलेवा

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कोरोनरी धमनी रोग (सीएडी)

सीएडी दिल की बीमारी का सबसे आम प्रकार है। यह तब होता है जब कोरोनरी धमनियां, जो हृदय की मांसपेशियों को खून की आपूर्ति करती हैं, प्लाक से सिकुड़ जाती है या इसमें ब्लॉकेज हो जाती है।

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हार्ट फेल्योर

यह ऐसी स्थिति है जहां दिल शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रभावी ढंग से ब्लड पंप करने में असमर्थ होता है। यह कमजोर दिल की मांसपेशियां या डैमेज वाल्व के कारण हो सकता है।

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दिल में छेद होना

यह स्थिति तब होती है जब जन्म के समय से ही सेप्टम में कोई डिफेक्ट या छेद होता है उसे ही दिल में छेद होना या वेंट्रिकुलर सेप्टम डिफेक्ट कहते हैं।

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Arrhythmias

Arrhythmias अनियमित दिल का धड़कना हैं। इसमें दिल की धड़कन बहुत तेज (टैचीकार्डिया) या बहुत धीमी (ब्रैडीकार्डिया) या अनियमित पैटर्न शामिल हो सकती है।

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वाल्वुलर हार्ट डिसीज

यह स्थिति तब होती है जब हार्ट के एक या अधिक वाल्व ठीक से काम नहीं करते हैं। इससे वाल्वों में रिसाव या सिकुड़न हो सकता है और हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है।

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हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी

यह एक आनुवंशिक स्थिति है जहां हृदय की मांसपेशियां असामान्य रूप से मोटी हो जाती हैं, जिससे दिल के लिए प्रभावी ढंग से खून को पंप करना कठिन हो जाता है।

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डाइलेटेड कार्डियोम्योंपेथि

कार्डियोमायोपैथी दिल की मांसपेशियों की एक स्थिति है जो शरीर के अन्य भागों में रक्त पंप करने की हार्ट की क्षमता में रुकावट कर सकती है और हार्ट फेल्योर का कारण बन सकती है।

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पेरिकार्डियल रोग

इसमें हृदय के आसपास की थैली जैसी संरचना, पेरिकार्डियम की सूजन या संक्रमण शामिल है। इससे सीने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

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मायोकार्डिटिस

मायोकार्डिटिस दिल की मांसपेशियों की सूजन है, जो अक्सर वायरल संक्रमण के कारण होती है। यह हार्ट को कमजोर कर सकता है और हार्ट फेल्योर का कारण बन सकता है।

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वेन थ्रोम्बो एम्बोलिज्म (वीटीई)

वीटीई में डीप वेन थ्रोम्बोसिस (डीवीटी) और पल्मोनरी एम्बोलिज्म (पीई) शामिल हैं। यह नसों में खून के थक्कों से जुड़ी स्थितियां हैं जो हार्ट और फेफड़ों को प्रभावित कर सकती हैं।

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