बहुत ज्यादा मात्रा में या बहुत पुरानी शराब का सेवन करने से लीवर डैमेज हो सकता है। यह फैटी लीवर, अल्कोहलिक हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसी बीमारियों को बढ़ावा देता है।
प्रोसेस्ड फूड, रिफाइंड शुगर, अनहेल्दी फैट और अत्यधिक नमक वाले खाद्य पदार्थ लीवर से संबंधित बीमारियों से जुड़े होते हैं, इससे फैटी लीवर और लीवर फेलियर तक हो सकता है।
सामान्य से अधिक वजन होना या मोटापा होना फैटी लीवर और इन्सुलिन रेजिस्टेंस से जुड़ा होता है। ये लीवर के सूजन का कारण भी बन सकता है, जिससे लीवर की स्थिति और गंभीर हो जाती है।
अपर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना डिहाइड्रेशन को बढ़ा सकता है, जो लीवर को खराब करता है और शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकलने में बाधा पैदा कर सकता है।
सिगरेट पीना या सेकंड हैंड धुएं के संपर्क में आने से भी लीवर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन बढ़ सकती है, जिससे लीवर खराब हो सकता है और लीवर कैंसर का खतरा भी होता है।
जब कंडोम के बिना सेक्स किया जाता है, तो हेपेटाइटिस सी का खतरा बढ़ जाता है। हेपेटाइटिस लीवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए हमेशा सुरक्षित यौन संबंध बनाना चाहिए।
अगर आप व्यायाम, योग, पैदल चलना, जॉगिंग, पिलेट्स या वेटलिफ्टिंग नहीं करते हैं तो यह आपके लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए आपको कम से कम एक एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए।
कुछ दवा, हर्बल सप्लीमेंट और विटामिन के अत्यधिक प्रयोग से लीवर को नुकसान हो सकता है। खासकर जब बहुत ज्यादा समय तक बहुत ज्यादा मात्रा में इन दवाइयों का सेवन किया जाए।