अत्यधिक तंग कपड़े पहनने से रक्त संचार बाधित हो सकता है। इससे असुविधा, त्वचा में जलन और गंभीर मामलों में नर्व कंप्रेशन भी हो सकता है।
कठोर केमिकल वाले कुछ सिंथेटिक कपड़े त्वचा में जलन और एलर्जी पैदा कर सकते हैं, या एक्जिमा जैसी त्वचा की स्थिति को बढ़ा सकते हैं।
खराब फिटिंग वाले या असुविधाजनक जूते पैरों में छाले, फटी एड़ियां और कॉर्न्स जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इससे पोस्चर भी प्रभावित होता है, इससे पीठ और जोड़ों में दर्द हो सकता है।
अनुपयुक्त वर्कआउट कपड़े, जैसे व्यायाम के दौरान पुश अप ब्रा पहनना या अनुचित जूतों का उपयोग करना, असुविधा, चोट और मांसपेशियों में खिंचाव का कारण बन सकता है।
ठंड के मौसम में गर्म कपड़े न पहनने या त्वचा को धूप से न बचाने से तापमान संबंधी बीमारियां हो सकती हैं या त्वचा को नुकसान हो सकता है।
ऊंची एड़ी के लगातार उपयोग से पैरों में विकृति, टखने में मोच, पीठ के निचले हिस्से में दर्द और शरीर के नैचुरल पोस्चर में बदलाव हो सकता है।