भस्म, गोरोचन, चंदन, हल्दी, केसर, और चावल जैसे तिलकों से भाग्य में सकारात्मक बदलाव, सुख-शांति, आध्यात्मिक उन्नति और समृद्धि प्राप्त करें। जानिए कौन सा तिलक किस कामना के लिए लगाएं।
भस्म (राख) को त्रिपुंड या छोटी बिंदी के रूप में लगाएं। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और साहस व आत्मविश्वास को बढ़ाता है। शिव भक्त भस्म तिलक या त्रिपुंड जरूर लगाते हैं।
गोरोचन तिलक का उपयोग पूजा में किया जाता है। यह तिलक भाग्य में सकारात्मक बदलाव लाता है। गोरोचन तिलक लगाने से व्यक्ति को आर्थिक उन्नति, सफलता और सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।
चंदन का तिलक मन को शांत रखता है, जीवन में सुख-शांति और मानसिक स्थिरता लाता है। इसे विशेष रूप से विद्या और करियर में उन्नति के लिए लगाया जाता है।
हल्दी को पानी में मिलाकर माथे पर गोल बिंदी के रूप में लगाएं। यह आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है और शरीर व मन को शुद्ध करता है। इसे विशेष रूप से पूजा-पाठ में उपयोग किया जाता है।
केसर को दूध में घोलकर माथे पर लंबा तिलक लगाएं। यह भाग्य में वृद्धि करता है और लक्ष्मी कृपा दिलाता है। इसे धन और संपत्ति में वृद्धि के लिए शुभ माना जाता है।
तिलक के साथ चावल के कुछ दाने माथे पर लगाएं। यह संपन्नता, शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक है। इसे पूजा और त्योहारों में लगाया जाता है।