यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में यह भारत के समृद्ध इतिहास का प्रतीक है। प्रभावशाली लाल बलुआ पत्थर की संरचना मुगल सम्राटों के मुख्य निवास के रूप में बनाया गया था।
यूनेस्को का खजाना ये प्राचीन गुफाएं उत्कृष्ट चित्रों और मूर्तियों के साथ बौद्ध कला का प्रदर्शन करती हैं, जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व की हैं।
राजपूत और मुगल वास्तुकला का मिश्रण ये किला एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है। इसकी सुंदरता राजसी आश्चर्यजनक सीन प्रस्तुत करती है। शीश महल इसके आकर्षण का केंद्र है।
यह भव्य महल इंडो-सारसेनिक, राजपूत, हिंदू और गोथिक वास्तुकला शैलियों का मिश्रण है। त्योहारों के दौरान ये खूब जगमगाता है। सात ही यह एक सांस्कृतिक उत्सव का प्रतीक है।
आगरा में एक और यूनेस्को साइट, यह मुगल इतिहास का वर्णन करती है। इसकी लाल बलुआ पत्थर की दीवारें और अंदर जहांगीर महल जैसी आश्चर्यजनक संरचनाएं आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं
ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह, प्रतिष्ठित मुंबई का गेटवे ऑफ इंडिया, इंडो-सारसेनिक और मुस्लिम स्थापत्य शैली का मिश्रण है। सागर के किनारे बना ये मोनूमेंट देखने लायक है।
प्रेम का प्रतीक, मंत्रमुग्ध कर देने वाली सफेद संगमरमर की वास्तुकला और जटिल डिटेलिंग इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल बनाते हैं, जो एक रोमांटिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है।