बैलेंस बाइक एक बेहतरीन टूल हो सकता है। इन बाइक्स में पैडल नहीं होते हैं। यह बच्चों को दो पहियों पर संतुलन बनाएं रखने में मदद करता है।
आप अपने बच्चे के लिए सही आकार की साइकिल चुनें, जिसमें बैठने पर वो अपने पैरों से जमीन को छू सके और उनके घुटनों को हल्का सा झुकना चाहिए।
बच्चों को साइकिल चलाने के लिए एक सुरक्षित और खुली जगह की तलाश करें, जैसे कि एक खाली पार्किंग, एक शांत सड़क या एक साइकिल ट्रैक वाला पार्क।
अपने बच्चे को सबसे पहले हैंडलबार पकड़ना, ब्रेक का उपयोग करना और अपने पैर जमीन पर रखना सिखाएं।
अपने बच्चे को एक सीधी लाइन में साइकलिंग करना सिखाएं और धीरे-धीरे मुड़ने के लिए उन्हें बैलेंस पर फोकस करें। इससे उन्हें साइकिल पर कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी।
बच्चा बैलेंस और स्टीयरिंग सीख जाए, तो पेडलिंग सिखाएं। उसे अपने पैरों को जमीन से उठाते हुए ग्लाइडिंग करना सिखाएं। धीरे-धीरे अपना संतुलन बनाए रखते हुए पैडल चलाना शुरू करें।
बच्चे को यातायात नियमों के बारे में जानकारी दें। जैसे स्टॉप साइन्स पर रुकना, मुड़ने के लिए हाथ के संकेतों का उपयोग करना और चौराहों को पार करने से पहले दोनों तरफ देखना।
बच्चे को साइकिल सिखाने से पहले उन्हें हेलमेट और अन्य सुरक्षा गियर पहनाना ना भूलें।
बच्चों को साइकिल सिखाने के दौरान उनका भरपूर प्रोत्साहन और तारीफ करें। इससे उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद मिलती है।
अपनी स्किल्स को मजबूत करने के लिए नियमित साइकलिंग की प्रैक्टिस करें। अपने बच्चे के लिए साइकिल चलाना एक मजेदार और मनोरंजक गतिविधि बनाएं।