कॉटन की साड़ियों में नेचुरल रंगों का इस्तेमाल किया जाता है और बार-बार इसे धोने से इसके रंग फीके पड़ सकते हैं।
कॉटन की साड़ियां नाजुक होती हैं, इन्हें सूती धागों से बनाया जाता है। अगर इन्हें ठीक तरीके से स्टोर ना किया जाए या धोया ना जाए तो यह बहुत जल्दी खराब भी हो सकती हैं।
कॉटन की साड़ियों को धोने से पहले रंग के हिसाब से इन्हें बांट लें। नहीं तो एक साड़ी का रंग दूसरी साड़ी पर लग सकता है। लाइट रंग और डार्क रंग की साड़ी को अलग धोएं।
अगर कॉटन की साड़ी नई है और आप इसके रंग को निकलने से बचना चाहते हैं, तो आधी बाल्टी पानी में दो से तीन चम्मच नमक डालें और कॉटन की साड़ी को कुछ देर के लिए भिगो कर रखें।
कॉटन साड़ी को धोने का सबसे अच्छा तरीका हाथ से धोना है। इसके लिए माइल्ड डिटर्जेंट और ठंडे पानी का इस्तेमाल करें। साड़ी को रगड़े नहीं और ब्रश से घिसे नहीं।
अगर आपकी कॉटन की साड़ी पर कुछ गिर गया है या दाग लग गया है, तो आप बेकिंग सोडा और सिरके का पेस्ट बनाकर दाग पर लगाकर रगड़े और पानी से धो लें।
कॉटन की साड़ियों को कभी भी धूप में नहीं सुखाना चाहिए। इससे इसका रंग उड़ सकता है। इसे हमेशा छाया और हवादार जगह में सुखाएं।
कॉटन की साड़ियां सूती होने के कारण नरम पड़ जाती है। ऐसे में धोने के बाद इन साड़ियों को स्टार्च जरूर देना चाहिए। इससे साड़ी कड़क बनी रहती है और पहनने पर प्लीट्स अच्छी आती है।
कॉटन की साड़ियों को हमेशा ऐसी जगह स्टोर करें, जहां पर नमी नहीं होती है और धूप नहीं आती हो। वायर हैंगर की जगह आप गद्देदार हैंगर या फिर कॉटन के बैग्स में रखकर इसे स्टोर कर सकते हैं।