देव दिवाली, हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। इस दिन ऐसे काम हैं जो जरूर करने चाहिए और कुछ ऐसी चीजें जो कभी नहीं करनी चाहिए। Dev Diwali पर क्या करें और क्या नहीं।
Image credits: Getty
Hindi
दीपदान और भगवान की आराधना
शास्त्रों के अनुसार देव दिवाली पर दीपदान का विशेष महत्व है। शाम को घर के मुख्य द्वार, तुलसी चौरा और मंदिर में 21 या 51 दीपक जलाएं। भगवान का जाप करें।
Image credits: Getty
Hindi
क्या नहीं करें
देव दिवाली के दिन गुस्सा करना, विवाद, या नकारात्मक बातें बोलना बेहद अशुभ माना गया है। इस दिन कोशिश करें कि घर में किसी से बहस न हो, किसी की बुराई न करें और कोई अपशब्द न बोलें।
Image credits: Getty
Hindi
घर में ये चीजें भूलकर भी न रखें
घर में कुछ चीजें रखना शास्त्रों में निषेध है। टूटा हुआ कांच, बर्तन या मूर्ति, ये घर में नकारात्मकता और कलह बढ़ाते हैं। वहीं कांटेदार पौधे जैसे कैक्टस भी निगेटिविटी फैलाते हैं।
Image credits: Getty
Hindi
घर में पॉजिटिव एनर्जी बढ़ाएं
घर में तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं। कपूर और लौंग का धुआं पूरे घर में फैलाएं। वहीं रात्रि में श्रीसूक्त या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। चांद की रोशनी में कुछ देर मेडिटेशन लगाएं।
Image credits: Getty
Hindi
काले कपड़े पहनने से भी बचें
बासी फूल या सूखे पत्ते भी ऊर्जा को कमजोर करते हैं। साथ ही काले कपड़े पहनने से भी बचें, क्योंकि यह दिन शुभ रंगों — लाल, पीला, सफेद और सुनहरे का है।
Image credits: Getty
Hindi
दान, सेवा और कृतज्ञता दिखाएं
देव दिवाली का अर्थ प्रकाश फैलाना है। सिर्फ घर में नहीं, बल्कि जीवन में भी। इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, कपड़े या दीपक दान करें। पक्षियों के लिए दाना रखें, गौसेवा करें और मीठा बांटें।