कांजीवरम साड़ी पुश्त दर पुश्त महिलाओं की शोभा बढ़ाने कि लिए जानी जाती है। इस साड़ी को अगर विरासत के तौर पर देखें दो यह गलत नहीं होगा।
प्योर सिल्क कांजीवरम साड़ी शुद्ध रेशम से बनी होती है। इनमें गोल्डन, कांसा या फिर चांदी की जरी का काम होता है। चौड़ा बॉर्डर और बूटा इसकी खूबसूरती होती है।
कांजीवरम टीशू सिल्क साड़ी ट्रेंड में हैं। बूटा, बॉर्डर या फिर प्लेन जरी वर्क में यह साड़ी आती है। इसे पहनने के बाद महिलाओं का लुक बदल जाता है।
पैठणी कांजीवरम में महाराष्ट्रीयन पैठणी की शैली और कांजीवरम के डिज़ाइन का मिश्रण होता है, जिसमें पैस्ले या मोर के डिजाइन हो सकते हैं।
मिनाक्षी साड़ियां बहुत ही महीन और डिटेल्ड बुनाई के साथ आती हैं, और इनमें पौराणिक कथाओं और देवी-देवताओं का डिजाइन बनाया जाता है।
ब्राइडल कांजीवरम साड़ी काफी हैवी होती है। इसमें जरी का हैवी काम होता है। बूटा भी काफी छोटे-छोटे और घने होते हैं।
चेक्स और स्ट्राइप्स कांजीवरम साड़ी काफी स्टाइलिश लुक देती है। अगर ट्रेडिशनल लुक से अलग दिखना चाहती है तो इस तरह की साड़ी खरीद सकती हैं।
कांजीवरम साड़ी की प्राइस की बात करें तो 5 हजार से शुरू होकर 2 लाख से ज्यादा जाती है। साड़ी की बनावट, बुनाई और उसमें इस्तेमाल की गई मेटेरियल पर तय होता है।