Hindi

मां-बच्चे के बीच में दादा-दादी का प्यार, आशीर्वाद या चुनौती?

Hindi

मां-बच्चे के बीच विश्वास में कमी

अगर दादा-दादी लगातार मां और बच्चे के बीच दखल देते हैं, तो बच्चे को लगता है कि उसकी मां पर पूरा भरोसा नहीं किया जा रहा, जिससे विश्वास में कमी आ सकती है।

Image credits: Pinterest
Hindi

बच्चे में भ्रम पैदा होता है

जब दादा-दादी बार-बार अपनी राय रखते हैं, तो बच्चा भ्रमित हो सकता है कि उसे किसकी बात माननी चाहिए, जिससे बच्चे का मनोबल प्रभावित हो सकता है।

Image credits: Pinterest
Hindi

मां की भूमिका कमजोर हो सकती है

अगर ग्रैंडपेरेंट्स ज्यादा हस्तक्षेप करते हैं, तो मां को अपने अधिकारों और भूमिका का एहसास नहीं होता, जिससे उसकी ममता और जिम्मेदारी में कमी आ सकती है।

Image credits: Pinterest
Hindi

बच्चे के साथ रिश्ते में तनाव

मां और बच्चे के बीच बार-बार हस्तक्षेप से तनाव पैदा हो सकता है, जिससे वे दोनों एक-दूसरे से सही तरीके से जुड़ नहीं पाते।

Image credits: Pinterest
Hindi

ग्रैंडपेरेंट्स का प्यार और देखभाल

अगर इंटरफेयरिंग सही तरीके से की जाए, तो बच्चे को अतिरिक्त प्यार और देखभाल मिल सकती है, लेकिन अगर सीमा पार कर ली जाए, तो यह नकारात्मक असर डाल सकता है।

Image credits: Pinterest
Hindi

सीमाएं तय करें:

मां को अपनी सीमाएं स्पष्ट करनी चाहिए ताकि दादा-दादी समझ सकें कि बच्चों के पालन-पोषण में कहां तक हस्तक्षेप करना सही है।

Image credits: Pinterest

लाडली के माथे की बढ़ जाएगी रौनक, मम्मी दें ऐश्वर्या की तरह 8 मांग टीका

बिन पिये मदहोश होंगे पिया ! साड़ी संग पहनें 300 रु वाले Printed Blouse

ऑफिस में ठाठ से फ्लॉन्ट करें सुहाग की निशानी, पहनें Coin Mangalsutra

खाली हाथ न करें बेटी को विदा ! सास के सामने पहनाएं Gold Tie Chain