आपने कई सिल्क साड़ियों को बारे में सुना होगा लेकिन आज हम आपको सबसे महंगी साड़ी के बारे में बता रहे हैं जिसका नाम लोटस सिल्क है। जो कि एक लाख असली कमल के फूलों से बनती है।
लोटस सिल्क ऐसा फैब्रिक है जो दुनिया में आसानी से नहीं मिलता। इसका निर्माण कम्बोडिया, म्यांमार और वियतनाम में होता था। 2018 में इस लिस्ट में भारत का भी नाम शामिल हो गया है।
लोटस सिल्क को कमल के फूल के तने से बनाया जाता है और ये साड़ी एक साल में बनकर तैयार होती है। इसकी खासियत ये होती है कि गर्मी में पहनकर ठंड का एहसास होता है, तो ठंड में गर्मी का।
कमल के तने को हाथों से तोड़कर पतले और चिपचिपे रेशों से सिल्क धागा बनाते हैं। फिर उसे सुखाते हैं। धागों को तना काटने के बाद 24 घंटे के अंदर बनाना होता है नहीं तो ये टूट जाएंगे।
हर रोज तना काटकर सिल्क का धागा बनाया जाता है। बाद में हाथों से धागे से कपड़ों की बुनाई की जाती है। इस सिल्क को बनाने के लिए मशीन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
भारत की पहली लोटस सिल्क मेकर मणिपुर की विजय शांति हैं। विजय शांति से 2018 से लोटस सिल्क बनाना शुरू किया है। प्रधानमंत्री द्वारा उनको नोर्थ इंडिया का चेंजमेकर अवार्ड दिया गया है।
लोटस सिल्क दुनिया के सबसे महंगे कपड़ो में से एक है। इसे केवल 4 देशों में बनाया जाता है। इसे बनाने का प्रोसेस मुश्किल है, तभी को एक सिल्क स्कार्फ बनाने में 2 महीने लग जाते हैं।