अल्लाह आपको प्यार, बहादुरी, ज्ञान, संतुष्टि, स्वास्थ्य, धैर्य और स्वच्छता के तहफों से नवाज़े!
सजदे से कर्बला को बंदगी मिल गई, सब्र से उम्मत को जिंदगी मिल गई, एक चमन फातिमा का गुज़रा मगर सारे इस्लाम को जिंदगी मिल गई।
एक दिन बड़े गुरूर से कहने लगी जमीन, है मेरे नसीब में परचम हुसैन का, फिर चांद ने कहा मेरे सीने के दाग देख, होता है आसमान पर भी मातम हुसैन का।
कर्बला की जमीं पर खून बहा, कत्लेआम का मंजर सजा, दर्द और दुखों से भरा था सारा जहां, लेकिन फौलादी हौसले को शहीद का नाम मिला।
अल्लाह हम सभी को आपके सभी पापों के लिए माफ कर दे और हमें खुशी और प्यार प्रदान करे। मुहर्रम मुबारक हो!
करीब अल्लाह के आओ तो कोई बात बने, ईमान फिर से जगाओ तो कोई बात बने, लहू जो बह गया कर्बला में उनके मकसद को समझो तो कोई बात बने।
अपनी तकदीर जगाते हैं तेरे मातम से, खून की राह बिछाते हैं तेरे मातम से, अपनी इजहारे-ए-अकीदत का सिलसिला ये है, हम नया साल मनाते हैं तेरे मातम से।
पानी का तलब हो तो एक काम किया कर, कर्बला के नाम पर एक जाम पिया कर, दी मुझको हुसैन इब्न अली ने ये नसीहत, जालिम हो मुकाबिल तो मेरा नाम लिया कर।