हर साल 23 नवंबर को नेशनल एस्प्रेसो डे मनाया जाता है। वर्किंग लोगों की फेवरेट एस्प्रेसो कॉफी का स्वाद भले ही कड़वा हो, लेकिन सेहत के नजरिये से देखा जाए तो इसके कई फायदे हैं।
एस्प्रेसो का आविष्कार 1901 में इटली के इंजीनियर लुइगी बेज्जेरा ने किया। उन्होंने इसे एक ऐसी मशीन से तैयार किया जो तेजी से कॉफी बनाती थी। यह पहली बार मिलान, इटली में पॉपुलर हुआ।
एस्प्रेसो को मॉडर्न कॉफी ड्रिंक्स जैसे कैपुचिनो, लाटे, और मोकाचिनो का आधार माना जाता है। यह पूरे विश्व में कैफे संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसकी शुरुआत इटली में हुई थी।
एस्प्रेसो का नाम ‘Espresso’ इटालियन भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है "तेज" या "दबाव के तहत।" इस कॉफी को बनाने के लिए पानी को तेज दबाव से कॉफी के पाउडर से गुजारा जाता है।
एस्प्रेसो में कैफीन की मात्रा अधिक होती है, जो आपको ऊर्जा देता है। यह वजन घटाने में मदद कर सकता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही पीना चाहिए।
एस्प्रेसो कॉफी बनाने के लिए बारीक पिसे हुए कॉफी पाउडर को मशीन में रखा जाता है। इसके बाद गर्म पानी को 9 बार के दबाव से कॉफी से गुजारा जाता है, जिससे हार्ड कॉफी तैयार होता है।