निर्जला एकादशी पर सूर्योदय से लेकर द्वादश तिथि के सूर्योदय तक बिना पानी के निर्जला उपवास रखा जाता है। ऐसे में गर्मी के मौसम में आप कैसे व्रत कर सकते हैं आइए हम आपको बताते हैं-
निर्जला एकादशी का व्रत करने से एक दिन पहले आप रात को हल्का भोजन करें। इसमें खीरा, सलाद जैसी चीजों को शामिल करें जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है।
निर्जला एकादशी पर अगर आप बिना पानी के व्रत रख रहे हैं तो ऐसे काम नहीं करें जिससे आपको जल्दी थकावट महसूस हो और आपको प्यास का एहसास हो।
इस समय गर्मी अपने चरम पर है और तापमान 40 डिग्री के पार है। ऐसे में अगर आप निर्जला एकादशी व्रत पर धूप में बाहर जाने से बचें, नहीं तो चक्कर आना या डिहाइड्रेशन हो सकता है।
निर्जला एकादशी पर अगर आप व्रत कर रहे हैं तो हो सकता है भूख प्यास के कारण आपको चिड़चिड़ापन और गुस्सा आए। लेकिन आपको व्रत में ना ही किसी पर क्रोध करना है ना ही अनादर करना चाहिए।
निर्जला एकादशी पर अगर आप व्रत कर रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। अपने पार्टनर से दूरी बनाकर रखनी चाहिए और मन में बुरे विचार नहीं आने चाहिए।
जब आप अपना व्रत खोलेंगे तो हल्की चीजों का सेवन करें। एकादशी पर व्रत करने वाले व्यक्ति को पारण में गाजर, शलजम, गोभी, पालक इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।