एलोवेरा में कूलिंग और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो घमौरियां को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए ताजा एलोवेरा जेल निकाल लें और इसे अफेक्टेड एरिया पर 20-30 मिनट के लिए लगाएं।
नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और कूलिंग गुण होते हैं, जो घमौरियों का इलाज कर सकते हैं। इसके लिए नीम की ताजा पत्तियों को पीसकर इसका पेस्ट 15 से 20 मिनट तक लगाएं।
बेकिंग सोडा स्किन को एक्स्फोलिएट करता है और खुजली को कम करता है। इसके लिए बेकिंग सोडा में पानी डालकर इसका एक पेस्ट बना लें और घमौरियों वाली जगह पर 10 से 15 मिनट के लिए लगाएं।
ओटमील में एंटी इन्फ्लेमेटरी और सूथिंग इफेक्ट होते हैं, जो खुजली और जलन को कम कर सकते हैं। इसके लिए एक कप ओट्स को बारीक पीस लें और दही के साथ इसका पेस्ट बनाकर घमौरियों पर लगाएं।
चंदन में शीतल और सूजन रोधी गुण होते हैं, जो घमौरियों की रेडनेस और खुजली को भी कम कर सकते हैं। इसके लिए दो बड़े चम्मच चंदन पाउडर में गुलाब जल मिलकर इस पेस्ट को घमौरी पर लगाएं।
मुल्तानी मिट्टी स्किन को ठंडा करने का काम करती है और घमौरियों को कम करती है। दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी में गुलाब जल मिलाएं और इसे घमौरियों पर लगाएं। सूखने पर ठंडे पानी से धो लें।