Author: Shivangi Chauhan Image Credits:social media
Hindi
बिहार की पारंपरिक साड़ियां
बिहार की पारंपरिक साड़ियां अपनी खास बुनाई और शिल्पकारी के लिए जानी जाती हैं। बिहार की ये साड़ियां अपनी क्वालिटीज की वहज से इंडिया और विदेशी बाजार में पहचान बना चुकी हैं।
Image credits: social media
Hindi
मधुबनी साड़ी
मधुबनी कला से सजी इन साड़ियों में पौराणिक और पारंपरिक चित्रण होते हैं। मधुबनी कला हाथ से की गई पेंटिंग के लिए मशहूर है। इन साड़ियों को प्राकृतिक रंगों से बनाया जाता है।
Image credits: social media
Hindi
भागलपुरी सिल्क साड़ी
भागलपुर में तैयार की जाने वाली भागलपुरी साड़ियों को टसर सिल्क का उपयोग कर बुना जाता है। इसकी बुनाई और चमक इसे शाही रूप देती है। ये साड़ी देश-विदेश में फेमस हैं।
Image credits: social media
Hindi
सीतामढ़ी साड़ी
सीतामढ़ी की साड़ियां विशेष रूप से बुनाई की कला में माहिर कारीगरों द्वारा बनाई जाती हैं और इसका फैब्रिक बहुत ही हल्का होता है। साड़ी में सिंपल और सॉलिड रंग का उपयोग किया जाता है।
Image credits: social media
Hindi
कटिया साड़ी
यह साड़ी हाथ से बुनी जाती है और इसका डिजाइन सिंपल और ट्रेडिशनल होता है। यह मधेपुरा जिले में बुनाई जाती है और इसकी बुनाई में सूती धागों का उपयोग किया जाता है।
Image credits: social media
Hindi
सुपौल साड़ी
सुपौल की इन साड़ियों में बुनाई पर खास ध्यान दिया जाता है और यह अपनी सादगी के लिए मशहूर है। यह हल्के वजन और आरामदायक फैब्रिक के कारण बहुत पसंद की जाती हैं।