अरविंद केजरीवाल हर साल विपश्यना करने के लिए जाते हैं। साल 2023 में वो आनंदगढ़ में विपश्यना मेडिटेशन सेंटर पर गए थे। जहां पर 10 दिनों तक साधना में रहें।
केजरीवाल ने ट्वीट करके बताया,'10 दिन की विपश्यना साधना के बाद आज वापिस लौटा। इस साधना से असीम शांति मिलती है। नई ऊर्जा के साथ आज से फिर जनता की सेवा में लगेंगे।
विपश्यना ध्यान माइंडफुलनेस मेडिटेशन का एक रूप है। यह बुद्ध की मूल शिक्षाओं से निकला है। युवाओं के बीच इसका क्रेज अब बढ़ रहा है।
विपश्यना का अर्थ है 'चीजों को वैसे ही देखना जैसे वो वास्तव में हैं।' ध्यान से जुड़े यह सबसे प्राचीन तकनीक में से एक है। इसमें 10 दिन का पाठ्यक्रम होता है।
ध्यान विपश्यना को अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन में कराया जाता है। इसका मकसद आत्म खोज की यात्रा है। अभ्यास का लक्ष्य मन की पूर्ण शुद्धि, करुणा जैसे मूल्यों को विकसित करना होता है।
विपश्यना कोर्स में रोज सुबह 5 बजे उठना होता है। कई हिस्सों में साधना होती है। अकेले भी इसका प्रैक्टिस करना पड़ता है। साधना के वक्त मौन रहना होता है।
जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं यह साधना कठिन होती जाती है। अकेले घंटों कमरे में बैठकर ध्यान में डूबना होता है। बोलने की मनाही होती है। रात में 10 बजे सो जाना होता है।
साधक को सुबह में नाश्ता, दोपहर में भोजन और शाम को हल्का खाना दिया जाता है। इसके बाद कुछ नहीं दिया जाता है। 2 से 3 दिन तक यह मुश्किल भरा लगता है। धीरे-धीरे दिमाग शांत होने लगता है।