जब आप अपनी जिंदगी से बहुत ज्यादा तंग आ जाते हैं, दिमाग में बहुत नेगेटिव ख्याल आते हैं कि इस जीवन का कोई मकसद ही नहीं है, हमें कोई प्यार नहीं करता तो सुसाइड का विचार आता है।
अगर किसी के मन में सुसाइड का ख्याल आता है, तो सबसे पहले अपने जीने की एक वजह सोचें और अगर जीने की एक वजह भी हो, तो सुसाइड के ख्याल को बिल्कुल छोड़ दें।
जब आपके दिमाग में नेगेटिव थॉट्स आए तो आप किसी अपने से बात करें या फिर किसी एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं, इससे आपको नेगेटिविटी से बाहर निकलने का रास्ता मिल सकता है।
सुसाइड का ख्याल मन में बार-बार आता है तो अपने आसपास से ऐसी चीजों को हटा दें, जो आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं। जैसे हार्मफुल दवाइयां, शार्प ऑब्जेक्ट, औजार आदि।
अधिकतर सुसाइड के मामलों में बात सामने आई है कि नशे में लोगों को सुसाइड के ख्याल ज्यादा आते हैं। ऐसे में इस तरह के नेगेटिव सिचुएशन में एल्कोहल ड्रग्स जैसे नशीले पदार्थों से दूर रहे।
यह जीवन बहुत ही मुश्किल से मिलता है। ऐसे में सुसाइड का विचार मन में आने से पहले एक बार खुद के बारे में सोचें कि आपको अपने आप से क्यों प्यार करना चाहिए।
आध्यात्मिक या धर्म का मार्ग हमें बुरे विचारों से बचाता है। ऐसे में किसी भी नेगेटिव सिचुएशन में खुद को संभालने के लिए आप आध्यात्म या धर्म के मार्ग पर चल सकते हैं।
सुसाइड का ख्याल मन में आता है तो आप सबसे पहले उन लोगों के बारे में सोचो जो आपसे प्यार करते हैं। अपने माता-पिता का चेहरा याद करें, अपने जीवनसाथी या बच्चों के बारे में सोचें।